UP पुलिस के दागी पुलिसकर्मियों की शुरू हुई स्क्रीनिंग, 50 साल पार को जबरन किया जाएगा रिटायर
UP पुलिस के दागी पुलिसकर्मियों की शुरू हुई स्क्रीनिंग, 50 साल पार को जबरन किया जाएगा रिटायर
लखनऊ. 50 साल की उम्र पूरी कर चुके कर्मियों की स्क्रीनिंग कराकर अनिवार्य सेवानिवृत्ति का काम तेज कर दिया गया है। अपर पुलिस महानिदेशक स्थापना की ओर से पत्र भी भेजा गया है। इसके बाद कमेटी बनाकर उन लोगों को चिह्नित किया जाएगा जो शारीरिक रूप से ठीक नहीं हैं और कई समस्याएं भी हैं। कमेटी इस संबंध में मुख्यालय को रिपोर्ट भेजेगी और इन पुलिसकर्मियों को रिटायर्ड कराया जाएगा।
अपर पुलिस महानिदेशक स्थाना संजय सिंघल की ओर से सभी जिलों के एसएसपी/एसपी, जोन के एडीजी, रेंज के डीआईजी को 50 साल की उम्र पूरी करने वाले पुलिसकर्मियों की स्क्रीनिंग कराने और अनिवार्य सेवानिवृत्ति कराने के लिए निर्देश दिया गया है। इस दौरान कमेटी का गठन करने और रिपोर्ट जिलेवार तैयार कराने को कहा गया है। इस रिपोर्ट में उन पुलिसकर्मियों को शामिल किया जाएगा, जिनके खिलाफ भ्रष्टाचार की कार्रवाई हुई है या फिर शारीरिक रूप से अक्षम हो चुके हैं।
इन बिंदुओं पर होती है स्क्रीनिंग
- भ्रष्टाचार के आरोप वालों की भी निर्णय आधार पर स्क्रीनिंग।
- शारीरिक रूप से अक्षम लोगों को चिह्लित किया जाता है।
- सर्विस रिकॉर्ड चेक होगा, कितनी बार सत्यनिष्ठा प्रभावित हुई।
- कोई मुकदमा हुआ तो किस स्तर का और वर्तमान स्टेटस क्या है।
- मिस कंडक्ट मिली या वार्निंग मिली तो कितनी बार दी गई।
- कितनी बार सजा मिली या कितनी बार रिपोर्ट अधिकारियों को दी।
- ड्यूटी नहीं करने वाले और लगातार गैर हाजिर होने वाले।
तीन स्तर पर होनी है समीक्षा
शुरूआत में एसएसपी/एसपी एक कमेटी बनाकर ऐसे पुलिसकर्मियों को चिह्लित करते हैं। इसके बाद आईजी और एडीजी स्तर पर इस लिस्ट की समीक्षा की जाती है। इसके बाद डीजीपी और शासन स्तर पर लिस्ट की समीक्षा और कार्रवाई की जाती है।